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Dr. Rajan Ravichandran मशहूर नेफ़रॉलाजिस्ट (गुर्दारोग विशेषज्ञ)
डा. राजन रविचन्द्रन कहते हैं

"मधुमेह और उच्च रक्तचाप, जीर्ण गुर्दा रोग (क्रानिक किडनी डिसीज़ – सी के डी) की ओर ले जा सकते हैं " >>
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प्रारंभिक अवस्था में ही जीर्ण गुर्दा रोग (सी.के.डी) का पता कैसे लगायें?

जब नेफरान्स बिगडते हैं, प्रोटीन / एल्ब्युमिन मूत्र में बह जाते हैं। मूत्र में प्रोटीन मौजूदगी की जाँच करने से ८०% से ज्यादा गुर्दे के रोगों का पता लग सकता है। ग्लोमेरुआर फिल्ट्रेशन रेट (GFR) की गणना से भी गुरदों की क्षमता का अनुमान करना संभव है। यह सीरम क्रिएटिनिन का माप लेकर सर्वप्रचलित सूत्रों (Standard formulae) के आधार पर किया जाता है। दुर्भाग्यवश यह पूरी तरह विश्वसनीय नहीं है क्योंकि सीरम क्रिएटिनिन का मापदण्ड करने की प्रणाली सभी प्रयोगशालाओं में एक समान नहीं है।

मूत्र में प्रोटीन का अनुमान कैसे करें?

  1. सबसे आसान तरीका है प्रोटीन पट्टी (Protein strip) का इस्तेमाल करना और मूत्र में डुबाना। पट्टी के रंग बदलाव से प्रोटीन की मौजूदगी का पता लग सकता है जैसे – ट्रेस (अल्प कण), +१, +२, +३ (जैसे नीचे तस्वीरों में दिखाया गया है)
    How to detect urinary protein How to detect urinary protein

  2. मूत्र के स्पाट नमूने का प्रोटीन और क्रिएटिनिन का अनुमान करना। इसका सामान्य अनुपात (प्रोटीन से विभाजित क्रिएटिनिन) ०.२ से कम होना चाहिये।

  3. मूत्र में माइक्रो एल्ब्युमिन का अनुमान करना। मूत्र में एल्ब्युमिन की सामान्य मात्रा ३० मिलिग्राम प्रति दिन होती है। एल्ब्युमिन की मात्रा ३० से ३०० मिलिग्राम प्रतिदिन हो, तो वह माइक्रोएल्ब्युमिनूरिया कहा जाता है। ३०० मिलिग्राम से ज्यादा प्रति दिन हो, तो वह मॅक्रोएल्ब्युमिनूरिया कहा जाता है। यह क्रिएटिनिन मात्रा के अनुमान से भी सहसंबंधित किया जा सकता है। एल्ब्युमिन / क्रिएटिनिन का सामान्य अनुपात पुरुषों के लिये १७ मिलिग्राम प्रति ग्राम होना चाहिये और स्त्रियों में २५ मिलिग्राम प्रति ग्राम से कम होना चाहिये।

  4. २४ घण्टों में मूत्र में प्रोटीन का अनुमान करना। अनुमान करने के सभी तरीकों में यह सर्वश्रेष्ट है। मूत्र में सामान्यत: प्रोटीन का परित्याग दिन में १५० मिलिग्राम से कम होना चाहिये।

  5. विकासशील देशों और देहातों में मूत्र और सल्फोसॅलिसिलिक तेज़ाब के मिश्रण को उष्मा परीक्षण द्वारा मूत्र प्रोटीन का अनुमान करना संभव है।

गुर्दा रोग को जानने के अन्य मूल परीक्षण

  1. खून में यूरिया और क्रिएटिनिन का अनुमान
    इस खून परीक्षण के लिये उपवास की ज़रूरत नहीं होती है। खून में यूरिया का सामान्य स्तर २० से ५० मिलिग्राम % तक होता है। सीरम क्रिएटिनिन का सामान्य स्तर ०.६ से १ मिलिग्राम % तक होता है। प्रयोगशाला के संदर्भ रेंज अनुसार दोनों परीक्षणों के परिणामों को साथ साथ परख कर विशलेषण करना चाहिये। क्रिएटिनिन के स्तर को कुछ सूत्रों के उपयोग द्वारा गुर्दे की क्षमता का अनुमान (प्रतिशत में) कर सकते हैं।

  2. गुर्दे की अल्ट्रासाउंड चित्र
    यह बिना सर्जरी के एक सरल तरीका है जिससे गुर्दे का आकार, कोई रुकावट या बाधा, ट्यूमर, गुर्दे में पथरी, इत्यादि के बारे में पता लग सकता है। बहुत छोटी पथरी की अल्ट्रासाउंड व्याख्या करते समय अत्यन्त सावधानी की ज़रूरत होती है।

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