मशहूर नेफ़रॉलाजिस्ट (गुर्दारोग विशेषज्ञ)
डा. राजन रविचन्द्रन कहते हैं
"मधुमेह और उच्च रक्तचाप, जीर्ण गुर्दा रोग (क्रानिक किडनी डिसीज़ – सी के डी) की ओर ले जा सकते हैं " >>
हृदय तथा रक्तवाहिका संबंधी रोगों और जीर्ण गुर्दा रोगों के बारे में पूर्व-सूचना देने में कमर कूल्हा अनुपात (WHR) बी-एम-आई से बेहतर मापदंड है। कमर का माप नापने के टेप से अंतिम पसली के नीचे और नाभी के ऊपर लिया जाता है। इसी प्रकार कूल्हे का माप कूल्हे के ऊपर व्यापक हड्डीवाले क्षेत्र में लिया जाता है।
सामान्य अनुपात महिलाओं के लिये ०.७ है और पुरुषों के लिये ०.९ से कम (<०.९) है।
पुरुषों के लिये अनुपात १ से ज्यादा होनेपर (>१) और महिलाओं के लिये ०.९ से ज्यादा हो (>०.९), तो हृदय तथा रक्तवाहिका संबंधी रोगों और जीर्ण गुर्दा रोगों के लिए उच्च जोखिम की पूर्व सूचना है।