मशहूर नेफ़रॉलाजिस्ट (गुर्दारोग विशेषज्ञ)
डा. राजन रविचन्द्रन कहते हैं
"मधुमेह और उच्च रक्तचाप, जीर्ण गुर्दा रोग (क्रानिक किडनी डिसीज़ – सी के डी) की ओर ले जा सकते हैं " >>
जो रोग शरीर में दीर्घकालिक (६ महीनों से ज़्यादा हो) उसे जीर्ण रोग कहा जाता है। अक्सर यह रोग प्रगतिशील और अपरिवर्तनीय होता है। अगर प्रारंभिक अवस्था में ही रोग का पता लग जाये, तो रोग की प्रगति को रोक सकते हैं और रोग को परिवर्तित कर सकते हैं। गुर्दे के कार्य में विलम्बित कमी को जीर्ण गुर्दा रोग (सी.के.डी) कहा जाता है।